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जागो जागो, जागो नर नारी

जागो जागो, जागो नर नारी

कुदरत ने बनाई है मूल्यवान वस्तुएं
धरती पर हम इंसान बसते है
शांति पथ का बनो पुजारी
जागो जागो, जागो नर नारी।
ज्ञान का वरदान मिला है हमें
जिसे कोई लूट नही सकता
मन के हारे हार है मन के जीते जीत है
जागो जागो, जागो नर नारी।
भावना और संवेदना से बचकर रहना है
इसी कारण लोग अमन और चैन को तरस रहे है
खेल इतना खेलती है जिंदगी
जिसे आसानी से समझना मुश्किल है
जागो जागो, जागो नर नारी।
मुश्किलों से भाग जाना आसान होता है
हर पल जिंदगी का इम्तिहान होता है
न होने दे जुल्म किसी पर
जागो जागो, जागो नर नारी।
अपनी कोरी शेखी में कोई न फूलें
बुद्धि बल से ही हमारा कल्याण संभव है
चारो ओर हाहाकार मचा हुआ है
जागो जागो, जागो नर नारी।
ब्रम्हा की तुम अनुपम कृति हो
सुसभ्यता के पोषक हो तुम
शांति पथ के बनो पुजारी
जागो जागो, जागो नर नारी।

नूतन लाल साहू

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2 Comments

Mohammed urooj khan

16-Oct-2023 01:13 AM

🙏👌👌👌👌

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zoom gaming

14-Oct-2023 07:05 PM

👍🏻

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